Skip to main content

कायमी लाभार्थी मुणोत परिवार ने चढ़ाई श्री आदिनाथ जिनालय-कुर्ला के शिखर पर 21वीं ध्वजारोहण


कायमी लाभार्थी मुणोत परिवार ने चढ़ाई श्री आदिनाथ जिनालय-कुर्ला के शिखर पर 21वीं ध्वजारोहण

मुंबई/ गोडवाड ज्योति: श्री आदिनाथ जिनालय  मंदिर का 21वां ध्वजारोहण कार्यक्रम वि.स. 2078 महासूद 10 शुक्रवारदि. 11/02/2022 को राष्ट्रसंत परम पूज्य आचार्यश्री चन्द्राननसागर सूरीश्वरजी म.सा. द्वारा प्रदत्त शुभ मुहूर्त में सकल श्रीसंघ की उपस्थित में संपन्न हुआ। 


त्रिभुवन के नाथ तीर्थंकर परमात्मा के जिनालय के शिखर पर लहराती ध्वजा जैसे गगन के स्पर्श का प्रयास करती हैवैसे ही ध्वजारोहण के मंगल प्रसंग पर उपस्थित श्रावक-श्राविका आंतरिक व बाह्य रूप से सांसारिक मोह-माया से मुक्त होने की ओर अग्रसर होते हैं| इसी धर्म की परम्परा को आगे बढाते हुये कुर्ला के श्री आदिनाथ जैन मंदिर की कायमी ध्वजा के लाभार्थी श्रीमान शा. दीपचंदजी मुणोत परिवार व श्रीमान शा. घिसुलालजी मुणोत परिवारदादाई निवासी द्वारा ध्वजारोहण का समारोह धूमधाम से सम्पन्न हुआध्वजारोहण से पूर्व लाभार्थी परिवार व सकल श्रीसंघ द्वारा शोभायात्रा गाजे-बाजे के साथ श्री राजस्थान हॉल से मुख्य मार्गो से होते हुये आदिनाथ जैन मंदिर पहुंचीजिनालय में विधिकारक भाविनभाई तथा संगीतकार चिराग भाई द्वारा जिन भक्ति निमित्त दी गई प्रस्तुति से कार्यक्रम में उपस्थित सभी श्रावक-श्राविकाओं ने परमात्मा को साक्षात कियामुख्य मंदिर में विधिविधान अनुसार सत्तरभेदी पूजा आदि धार्मिक क्रिया पश्चात शुभ मुहूर्त में ध्वजारोहण के कायमी लाभार्थी श्री दीपचंदजी पुनमचंदजी मुणोत परिवार एवं श्री घीसुलालजी पुनमचंदजी मुणोत परिवारनि.दादाई ने सहपरिवार "ॐ पुण्याहं पुण्याहं-ॐ प्रियंताम प्रियंताम” की गगन गुंजायमान सामूहिक मंगलध्वनियों के साथ आदिनाथ जिनालय के शिखर पर ध्वजारोहण विधि किया। इस अवसर पर लाभार्थी परिवार सहित मंदिर-ट्रस्ट के पदाधिकारी एवं कुर्ला श्रीसंघ के प्रतिष्ठित माननीय तथा सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं उपस्थित रहे| 

Comments

Popular posts from this blog

नाडोल में विराजमान है आशाओं को पूर्ण करने वाली कुलदेवी आशापुरा माता

राजस्थान के पाली जिले में नाडोल के शासक परम प्रतापी  महाराजा राव लाखणसीजी चौहान द्वारा स्थापित श्री आशापुरा  माताजी का पवित्र भव्य तीर्थस्थल है|  कई विशाल पौराणिक मंदिरो और ऐतिहासिक विशाल बावडियों और परकोटों की धरोहर को अपनी ओर समेटे देवनगर नाडोल इन बड़े-बड़े विशाल मंदिरो के कारण अपनी विशेष पहचान बनाये हुये है| इतिहास: नाडोल शहर का नगर रक्षक लक्ष्मण हमेशा की तरह अपनी नियमित गश्त पर था। परिक्रमा करते-करते प्यास बुझाने हेतु नगर के बाहर समीप ही बहने वाली भारमली नदी के तट पर जा पहुंचा। पानी पीने के बाद नदी किनारे बसी चरवाहों की बस्ती पर जैसे ही लक्ष्मण ने अपनी सतर्क नजर डाली, एक झोंपड़ी पर हीरों के चमकते प्रकाश ने आकर्षित किया। वह तुरंत झोंपड़ी के पास पहुंचा और वहां रह रहे चरवाहे को बुलाकर प्रकाशित हीरों का राज पूछा। चरवाहा भी प्रकाश देखकर अचंभित हुआ। वस्त्र में हीरे चिपके देख चरवाहे के आश्चर्य की सीमा नही रही, उसे समझ ही नही आया कि जिस वस्त्र को उसने झोपड़ी पर डाला था, उस पर तो जौ के दाने चिपके थे। लक्ष्मण द्वारा पूछने पर चरवाहे ने बताया कि वह पहाड़ी की कन्दरा में

शक्ति पीठ नागणेची माता मंदिर-नागाणा धाम में माता का आशीर्वाद प्राप्त करने जुटी श्रद्धालुओं की भीड़

बालोतरा / गोडवाड ज्योती: नवरात्रि शुभारंभ के शुभ अवसर पर बालोतरा उपखंड के प्रसिद्ध शक्ति पीठ नागणेची माता मंदिर-नागाणा के प्रांगण में विधि-विधान के साथ अभिजीत मुहूर्त में घट स्थापना की गयी तथा नव दिवसीय महापूजन का आयोजन किया गया| उल्लेखनीय है कि अखिल राठौड़ वंश की कुलदेवी नागणेची माता के दर्शनों के लिए यूँ तो वर्ष भर श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी रहती है किन्तु नवरात्रि में यहाँ की रौनक निराली ही होती है| नागाणा धाम के ट्रस्टी उम्मेदसिंह अराबा ने बताया कि प्रकांड ब्राह्मणों के मुखारविंद से मंत्रोच्चार कर घट स्थापना तथा महाआरती में बड़ी तादाद में श्रद्धालुओं ने शिरकत कर माता का आशीर्वाद प्राप्त किया| शक्ति पीठ पर सम्पूर्ण भारत भर से आये माता के भक्तों ने पूजा- अर्चना की। मंदिर में आने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए ट्रस्ट की ओर से विशेष व्यवस्थाएं की गयी थी। साथ ही मन्दिर के तीर्थ परिसर के बाहर लगे मेले और सजे हाट बाजार में भी बड़ी तादाद में खरीदारी का लुफ्त उठाया।

आपकी हथेली में हैं ऐसे निशान तो आप भी बनेंगे करोड़पति

समुद्रशास्‍त्र में बताया गया है क‌ि व्यक्त‌ि की हथेली में मौजूद कुछ रेखाओं को देखकर उनकी आर्थ‌िक स्‍थ‌ित‌ि को जाना जा सकता है। कुछ रेखाएं ऐसी होती हैं ज‌िन्हें देखकर यह साफ कहा जा सकता है क‌ि व्यक्त‌ि करोड़पत‌ि होगा। अमीर लोगों को देखकर अगर आपके मन में टीस उठती है कि काश आप भी अमीर होते। आपके पास भी बड़ा सा बंगला, गाड़ी होती तो निराशा और ख्यालों के भंवर से निकलिए। देखिए अपनी हथेली और जानिए कि आपकी किस्मत में करोड़पति बनना लिखा है या नही? यहां हम आपको हथेली में मौजूद कुछ ऐसे चिन्हों के बारे में बता रहे हैं, जो लखपति और करोड़पति लोगों की हथेली में पाए जाते हैं। Ø हथेली भारी हो और उंगल‌ियों का आधार भी बराबर है साथ ही भाग्य रेखा एक से अध‌िक हो तो यह संकेत है क‌ि आपका भाग्‍य कई ओर से लाभ द‌िलाएगा। ऐसे व्यक्त‌ि को अचानक धन लाभ म‌िलता है और करोड़पत‌ि बन जाता है। Ø हथेली में अनामिका उंगली के ठीक ऊपर सूर्य पर्वत स्थित होता है। यहां तक आने वाली रेखा सूर्य रेखा कहलाती है जिनकी हथेली में इस रेखा के ऊपर स्टार यानी सितारे का चिन्ह होता है, वह धनवान होने के साथ ही सम्मानित और मशहूर होते हैं। Ø मध्