Skip to main content

Posts

Showing posts from November 29, 2015

देश बंट गये हैं लेकिन दिलों को क्यूँ बांटते हो?

सुनने की फुर्सत हो तो आवाज़ है इन पत्थरों में, उजड़ी हुई बस्तियों में भी आबादियां बोलती हैं... चिड़ियाँ की चाल में तुफानो से टकराने चलती है , पहुंचे या ना पायें मंजिल, नन्हे पंख फैला उड़ती है| धुंधलका घना हो या साँझ का सुनहरा सा रंग, हौसला दिल में संजोकर, हर बाजी जीत भी लेती है| चातुर्मास यानि जीवन में परिवर्तन लाने का महत्वपूर्ण समय, जब बच्चे, बड़े सभी अनुकुलतानुसार गुरु के मुखारविंद से जिनवाणी का श्रवण तथा तपाराधना कर जीवन को सफल बनाने के लिए आत्मचिंतन करते हैं|इस वर्ष भी पर्युषण महापर्व में हुए विवाद को भूल जाएँ तो सभी श्रीसंघो में गुरु-भगवंतों की निश्रा में अनुकरणीय व अनुमोदनीय तपस्याएँ व अनुष्ठान हुए| वक्त बीतता गया और आखिर वह वक्त भी आ ही गया, जब जीवन में परिवर्तन लाने वाले चातुर्मास का भी परिवर्तन हो गया| यानि अब उपाश्रय, मन्दिरों में चहल-पहल कम हो जाएगी क्योंकिचातुर्मास परिवर्तन के साथ ही गुरु-भगवंतों का विहार हो गया है| ऐसे में मुख्य सवाल यह है कि इस चातुर्मास दरम्यान हमने अपने जीवन में क्या-क्या परिवर्तन लाये या अब भी हम पूर्ववत ही हैं और अगले वर्ष फिर से वही

सरकार का दोहरा चरित्र सामने आ रहा है

चुनाव से पहले प्रधानमंत्री पद के प्रबल दावेदार नरेंद्रजी मोदी ने काला धन वापस लाने का बड़ा-बड़ा दावा किया था किन्तु अब काला धन वापस ला पाने में मोदी सरकार ने हार मान ली है या वे वादे सिर्फ चुनाव जीतने का माध्यम था? पिछले दिनों काले धन पर सुनवाई के समय अपना पक्ष रखते हुए एटार्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने वही लाचारगी व्यक्त की, जो कभी यूपीए सरकार के एटार्नी जनरल किया करते थे। "हम नाम सार्वजनिक नही कर सकते मीलार्ड।" इससे साफ संदेश है कि सरकार विदेश में काला धन जमा करनेवालों का नाम सार्वजनिक नही कर सकती। काले धन के मुद्दे पर सरकार तो बदली लेकिन बदली हुई सरकार की नीयत नही बदली। अब कांग्रेस बीजेपी हो गयी है और बीजेपी ने कांग्रेस का रूप धारण कर लिया है।  जिस तरह से सरकार ने इस मामले में कानूनी अड़चनों की लीपापोती की है उससे साफ है कि यह सरकार जब नाम सार्वजनिक कर देने की स्थिति मे नही है तो काला धन वापस लाने से तो मीलों दूर हैं। तब तक जनता चाहे तो काले धन की उम्मीद छोड़कर अपनी जेब से बैंकों में धन जमा कराती रहे ताकि मोदी सरकार की जन-धन योजना सफल करे|

क्या हो रही है अच्छे दिनों की शुरुआत?

कई सालों बाद यह एक सपना सा ही लगता है| केन्द्र की मोदी सरकार ने जहां एक तरफ डीजल की कीमतों को बाजार के हवाले करते हुए उसकी कीमतों में तीन रूपये से अधिक की कमी की गई है , वहीं घरेलू गैस की कीमतों में बढ़ोत्तरी कर दी गई है। साथ ही डायरेक्ट कैश ट्रांसफर योजना को जारी रखने का फैसला करते हुए अहमदाबाद में दस हजार करोड़ रूपये की लागत से बनने वाली मेट्रो रेल परियोजना की दो लाइनों को भी मंजूरी दे दी गई।                          हालांकि सरकार ने यह भी साफ किया है कि ये बढ़ी कीमतें ठेकेदार (रिलायंस) को तब तक नही दी जाएंगी जब तक कि वह उत्पादन नही बढ़ाता है और घाटे को पूरा नही करता है। यदि सरकार इसी प्रकार से आम जनता के हित के लिए कार्य करती रही तो अच्छे दिनों का आना निश्चित है|  

34 लच्छवाड के क्षत्रियकुंड तीर्थ से भगवान महावीर की मूल प्रतिमा चोरी होने से जैन समाज में भारी रोष, मूर्ति तलाशने की मांग तेज

मुम्बई/गोडवाड ज्योती: भगवान महावीर की जन्मभूमि लच्छवाड के क्षत्रियकुंड तीर्थ से भगवान महावीर स्वामी की अंदाजित 500 kg वजन की मूल प्रतिमा चोरी होने से महाराष्ट्र के समस्त जैन समाज में भारी रोष व्याप्त है। मुम्बई में बिराजित कई जैनाचार्यों से सलाह के बाद वरिष्ठ विधायक मंगलप्रभात लोढ़ा ने बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविद व मुख्यमंत्री नीतिश कुमार से बात करके इस दुर्लभ एवं अत्यंत महत्वपूर्ण प्रतिमा को तत्काल तलाशने व दोषी लोगों को पकड़ने की मांग की है। मान्यता है कि यह प्रतिमा भगवान महावीर के भाई नंदीवर्धन ने भगवान के जीवितकाल में ही स्थापित करवाई थी। जैन धर्म में इसे भगवान महावीर की प्रथम प्रतिमा माना जाता है। विधायक लोढ़ा ने इस मामले में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से भी बातचीत करके बिहार सरकार से कारवाई तेज करवाने की मांग की है। ज्ञात हो कि बिहार के लच्छवाड़ में स्थित भगवन महावीर स्वामी के जन्मस्थल क्षत्रियकुण्ड में बने 2600 साल पुराने ऐतिहासिक मंदिर से करीब पांच सौ (500) किलो वजन की महावीर स्वामी की प्रतिमा 26/11/15 की रात चोरी हो गयी थी। कालखंड के हिसाब से अतिप्राचीन ए